बरसात के वक़्त नबवी उसवह - Islamic Msg Official

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الأربعاء، 12 يونيو 2019

बरसात के वक़्त नबवी उसवह

बारिश नाज़िल होने का वक्त फज़ले इलाही और लोगों पर रहमते इलाही का वक्त है उस वक्त में खैरो भलाई के असबाब मज़ीद बढ़ जाते हैं और यह दुआ के लिए कुबूलियत की घड़ी है, हदीस में है के नबी ए करीम सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने फरमाया: दो प्रकार की दुआएं रद्द नहीं होती, अजान के वक्त दुआ और बारिश के वक्त दुआ। -(हाकिम मुस्तद्रक : 2534, अल मुअजमूल कबीर 5756,सहिहुल जामेअ: 3078) बारिश के वक्त भीगना बरसात होते वक्त बारिश में भीगना मुस्तहब है, जैसे के हजरत अनस रजि अल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि: “एक बार हम रसूलुल्लाह

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