के.एफ.सी, मेक डॉनल्ड्स होटल का खाना
आज का सवाल नम्बर १९२८
आप क्या कहते है पिज़्ज़ा हट के.एफ.सी. मैक्डोनाल्ड्स होटलो में खाने के मुताल्लिक़ जो के पाकिस्तान में है, ये हलाल है या हराम ?
जवाब
حامدا و مصلیا و مسلما
उन होटलो में पकाया जाने वाला चिकन या दूसरा गोश्त अगर वाक़ियतन इस्लामी शराइत के मुताबिक़ जबीहा का हो, इसी तरह मुख़्तलिफ़ चिज़ों में डाली जाने वाली चीज़ और पकाने का तेल वगैरह में किसी क़िस्म के हराम अज्ज़ा की आमेज़िश न की गयी हो,
और ये उमूर यक़ीनी तौर पर या गालिबन गुमान के दर्जे में साबित हो जाये तब तो उनके तैयार किये गए खाने खाने की इजाज़त है, वरना उनसे एहतेराज़ ही किया जाए।
जब के उमूमी तौर पर भी ये होटल अपने आलमी मेयार बर्करार रखने का ज़ियादा ख़याल रखने के साथ साथ मशीनी जबीहा से भी एहतेराज़ नहीं करते जो ना जाइज़ है।
ईसी लिए उनमे तैयार किये जाने वाले खाने का तमाम अज्ज़ा के हलाल होने का यक़ींन न हो जाये उस वक़्त तक उनके खाने खाने से अहतेराज़ ही किया जाये तो ये ज़ियादा बेहतर है।
माज़ी सदर मुफ्ती दाभेल गुजरात हज़रत अक़दस मुफ्ती अहमद खानपुरी दा ब. ने फ़रमाया के : अगर वहां खिनजिर-सुव्वर का गोश्त भी पकाया जाता है तो उस के चम्मच और बर्तन के इस्तिअमाल में एहतियात नहीं करते।
अगर गोश्त हलाल भी हो तो उसे नापाक बर्तन लग ही जाते है। जिस से वह खाना भी नापाक होता है।
क़ुरान सुरह अनआम आयत १२१
सूरत नहल आयत ११५
सहीह मुस्लिम
हज़रत मुफ्ती हुसैन करांची दा.ब.
नॉट
गोश्त के हलाल होने में गैर मुस्लिम इदारे कंपनी की गवाही मोअतबर नहीं। चाहे उन के लेटर पैड पर मुसलमान आलीम या इदारे के दस्तखत साइन हो।
और गैर मुस्लिम की होटल का मुसलमान मुलाज़िम नोकर कहे के ये गोष्ट हलाल है तो भी उस की गवाही मोअतबर नही।
मुफ़्ती फ़रहान वारिस साहब
दारुल फ़तावा वल क़ज़ा
जामिआ बीननोरीया करांची
و الله اعلم بالصواب
हिजरी तारीख़ :०१ / रबीउलआखर ~ १४४१ हिजरी
मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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