𝐈𝐬𝐥𝐚𝐦𝐢𝐜 𝐌𝐬𝐠 𝐎𝐟𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐥's Post - Islamic Msg Official

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Friday, May 22, 2020

𝐈𝐬𝐥𝐚𝐦𝐢𝐜 𝐌𝐬𝐠 𝐎𝐟𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐥's Post

a Badshaah nahi dekha ,na Kiara esa hai , na Qaisar ..aur na Bani Azfar Ka Badshaah _,"
Ye sun Kar Hazrat Abbaas Raziyllahu Anhu ne farmaya :- Ye Badshahaht nahi Nabuwat Hai _,"

★_ Fir Hazrat Abbaas Raziyllahu Anhu Unhe le Kar Aan Hazrat ﷺ ki khidmat me Aaye , Aap ﷺ ne Abu Sufiyaan ko Dekh Kar farmaya :- "_ Abu Sufiyaan ! Afsos hai ,Kya abhi Wo Waqt nahi Aaya k tum " La ilaaha illallaah " ki gawahi do _,"
Abu Sufiyaan foran bole :- Mai'n Gawaahi deta Hu'n k Allah Ke Siva koi Ma'abood nahi aur Aap Allah ke Rasool Hai'n_,"
Unke Saath Badeel bin Warqa aur Hakeem bin Huzaam bhi imaan le Aaye..ye Log waapas nahi gaye they..balki wahi'n ruk Kar Halaat Ka intezar Karne lage they _,"

★_ Uske baad Abu Sufiyaan Raziyllahu Anhu ne arz Kiya :- Ey Allah ke Rasool ! Logo me Amaan aur Jaan Bakhshi Ka elaan Kara dijiye _,"
Aap ﷺ ne farmaya :- Haa'n ! Jisne Haath rok liya ( Yani Hathiyar na uthaya ) Use Amaan hai aur Jisne Apne Ghar Ka Darwaza band Kar liya use Amaan hai aur Jo Shakhs Tumhare Ghar me aa jayega use bhi Amaan hai..aur Jo Shakhs Hakeem bin Huzaam ke Ghar me dakhil ho Jayega use bhi Amaan hai _,"
Saath hi Aapne Abu Rudeha Raziyllahu Anhu ko ek Parcham de Kar farmaya :- "_ Jo Shakhs Abu Rudeha ke parcham ke niche aa jayega use bhi Amaan hai_,"
Fir Aapne Abu Sufiyaan,Hakeem bin Huzaam aur Badeel bin Warqa ke bare me hidayat farmayi :- in teeno ko Vaadi ke Tang hisse ke paas rok lo Taki Jab Allah Ka Lashkar waha'n SE guzre to Wo isko Achchhi Tarah dekh Le'n _,",

*_ Seeratun Nabi ﷺ_Qadam Ba Qadam ( Writer- Abdullah Farani ) -Jild -2 Safa-243,*
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*┱✿_ मक्का की तरफ कूच -३ *★_ यह बादशाहत नहीं नबुवत है _,*

★_ आखिर नबी रहमत सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया -"_ अब्बास ! अबू सुफियान को अपने खेमे ले ले जाओ और सुबह उन्हें मेरे पास ले आना _",
सुबह को आज़ान हुई तो लोग तेजी से नमाज के लिए लपकने लगे, अबू सुफियान लश्कर में हलचल देखकर घबरा गए उन्होंने हजरत अब्बास रजियल्लाहु अन्हु से पूछा :- अबुल फ़ज़ल ! यह क्या हो रहा है ? हजरत अब्बास रजियल्लाहु अन्हु ने बताया :- लोग नमाज के लिए जा रहे हैं _,"
हजरत अबू सुफियान रज़ियल्लाहु अन्हु दर असल इस ख्याल से घबरा गए थे कि कहीं उनके बारे में कोई हुक्म ना दिया गया हो, फिर उन्होंने देखा लोग रसूलुल्लाह सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम के वज़ु का पानी जमा कर रहे हैं ,फिर उन्होंने देखा , अल्लाह के रसूल रुकू करते हैं तो सब लोग भी आपके साथ रुकू करते हैं और आप सजदा करते हैं तो लोग भी सजदा करते हैं ,

नमाज के बाद उन्होंने हजरत अब्बास रजियल्लाहु अन्हु से कहा :- "_ ऐ अब्बास ! मोहम्मद (सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम) जो भी हुक्म देते हैं लोग फौरन उसकी तामील करते हैं _,"
जवाब में हजरत अब्बास रजियल्लाहु अन्हु बोले :- हां ,अगर आन हजरत सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम लोगों को खाने पीने से रोक दें यह उस पर भी अमल करेंगे _,"
इस पर अबू सुफियान बोले :- मैंने ज़िन्दगी में इन जैसा बादशाह नहीं देखा, ना किसरा ऐसा है ना कैसर.. और ना बनी अज़फर का बादशाह _,"
यह सुनकर हजरत अब्बास रजियल्लाहु अन्हु ने फरमाया - यह बादशाहत नहीं ,नबूवत है _,"

★_ फिर हजरत अब्बास रजियल्लाहु अन्हु उन्हें ले कर आन हजरत सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम की खिदमत में आए, आप सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने अबू सुफियान को देखकर फरमाया :- अबू सुफियान ! अफसोस है ,क्या अभी वो वक्त नहीं आया कि तुम ला इलाहा इलल्लाह की गवाही दो_,"
अबू सुफियान फौरन बोले :- "_ मैं गवाही देता हूं कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं और आप अल्लाह के रसूल है _,"
उनके साथ बदील बिन वरका और हकीम बिन हुज़ाम भी ईमान ले आए , यह लोग वापस नहीं गए थे वहीं रुक कर हालात का इंतजार करने लगे थे ।

★_ इसके बाद अबु सुफियान रज़ियल्लाहु अन्हु ने अर्ज़ किया :- ऐ अल्लाह के रसूल ! लोगों में अमान और जान बख्शी का ऐलान करा दीजिए _,"
आप सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फ़रमाया :- हां , जिसने हाथ रोक लिया ( यानी हथियार ना उठाया) उसे अमान है और जिसने अपने घर का दरवाजा बंद कर लिया उसे अमान है और जो शख्स तुम्हारे घर में आ जाएगा उसे भी अमान है ... और जो शख्स हकीम बिन हुज़ाम के घर में दाखिल हो जाएगा उसे भी अमान है _,"
साथ ही आपने अबु रूदेहा रज़ियल्लाहु अन्हु को एक परचम देकर फरमाया :- जो शख्स अबु रूदेहा के परचम के नीचे आ जाएगा उसे भी अमान हैं _,"
फिर आपने अबू सुफियान ,हकीम बिन हुज़ाम और बदील बिन वरक़ा के बारे में हिदायत फरमाई :- इन तीनों को वादी के तंग हिस्से के पास रोक लो ताकि जब अल्लाह का लश्कर वहा
By: via 𝐈𝐬𝐥𝐚𝐦𝐢𝐜 𝐌𝐬𝐠 𝐎𝐟𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐥

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