कीचड़ वाली हालत में नमाज़ का हुक्म
आज का सवाल नंबर १७८०
बारिश के मौसम में मस्जिद जाते हुवे कपडे या बदन पर कीचड़ लग जाये तो उस बदन या कपडे के साथ नमाज़ पढ़ ली तो ऐसी नमाज़ का क्या हुक्म है?
जवाब
حامدا و مصلیا مسلما
रास्ते में कीचड़ हो तो बहुत ऐहतियात से जाये के कपडे कीचड़ में ख़राब न हो।
ऐहतियात के बावजूद कपडे या बदन कीचड़ में ख़राब हो गए और उस कीचड़ में नजासत का असर यानि नापाकी का रंग या बदबू नहीं है तो उस कीचड़ के साथ नमाज़ हो जाएगी, चाहे कीचड़ कितना ही हो।
अगर कीचड़ में नजासत का रंग या बदबू मह्सूस होती है तो उस नजासत को देखा जायेगा, अगर इंसान या हराम जानवर के पेशाब पाखाने की बदबू हो और वह कीचड़ बिलकुल पतला है तो फेलाव में हथेली की गहराई या उस से कम हो तो मुआफ है, उस से ज़यादा हो तो मुआफ नहीं।
उस कपडे में नमाज़ नहीं होगी।
अगर घारहा-मोटा कीचड़ है तो वज़न में ४ ग्राम ४७४ मिली ग्राम या इस से कम हो तो मुआफ है, उस से ज़यादा हो तो मुआफ नहीं।
ऑनलाइन फ़तावा दारुल उलूम देवबन्द जवाब नंबर १६८३०६ और
तहतावी से माखूज़
و الله اعلم بالصواب
इस्लामी तारीख़
३०~शव्वाल उल मुकररम~१४४०~हिज़री
मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन.
उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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