१७९३ हजरत महदी रदि. के ज़ुहूर से पहले के हालात - Islamic Msg Official

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الثلاثاء، 16 يوليو 2019

१७९३ हजरत महदी रदि. के ज़ुहूर से पहले के हालात

हजरत महदी रदि. के ज़ुहूर से पहले के हालात

आज का सवाल नंबर १७९३

हज़रत महदी रदि. किन हालात में ज़ाहिर होंगे ?

जवाब
حامدا و مصلیا مسلما

ज़हूरे महदी रदिअल्लाहुअन्हु के वक़्त उम्मत के उमूमी हालत

१। जमीन जुल्मो सितम से भर चुकी होगी।

२। जुलम इतना सख्त होगा के पनाह की जागह न मिलती होगी।
(मुसतदरक हाकिम)

३। लोग एक दूसरे पर थूकते होंगे
(मुन्तख़ब कंज़ुल उम्माल ६/३३)

४। अल्लाह का नाम लेने वाले को क़तल कर दिया जायेगा
(मुसतदरक हाकिम ४/५५४)

५। हालत ऐसे होंगे के मुसलमान मायूसी से कहेंगे के अब महदी क्या आएंगे ! यानि हज़रत महदी रदि. के तशरीफ़ लाने के बारे में लोगों में मायूसी जेसी कैफ़ियत होगी
(२/७६)

अभी ऐसे हालात पैदा नहीं हुवे है, लिहाज़ा मिर्ज़ा गुलाम अहमद कादयानी और शकील बिन हनीफ वगैरह कज़्ज़ाब-जूठे का अपने महदी होने का दावा झूठ और फ़रेब है, और उन में हज़रत महदी रदि. का नसब, हुलिया वग़ैरा निशानियाँ जिस का तज़किराह गुज़िश्ता मेसेज में हुवा वह भी नहीं पायी जाती।

و الله اعلم بالصواب

इस्लामी तारीख़
१३~ज़िलक़दह~१४४०~हिज़री

मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन.
उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.

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